गत दिनों बिना किसी शोरगुल के एक बेहतरीन फ़िल्म आकर चली गई .हमलोगों में से कुछ ही लोगों ने इसे देखा होगा .मुझे भी दो दिन पहले ही यह सौभाग्य मिला और तभी मेरे मन में ब्लॉग लिखने का विचार आया ताकि मैं ऐसी फिल्मों के बारे में लोगों से चर्चा कर सकूँ जिनका प्रचार अधिक नहीं हो पाता."मुम्बई मेरी जान "बेशक एक दिल को छू जाने वाली फ़िल्म है .यह मुम्बई की लोकल ट्रेनों में हुए बम -विस्फोटों की पृष्ठभूमि पर बनाई गई है , जिसमें इस आतंकी घटना के बाद लोगों में व्याप्त डर ,दुःख ,निराशा और क्षोभ को बड़े ही सजीव ढंग से फिल्माया गया है .फ़िल्म का निर्देशन काबिलेतारीफ है .एक चायवाले के रूप में इरफान खान ने बेहतरीन अभिनय किया है . के के मेनन ,माधवन ,परेश रावल और सोहा अली खान ने भी अपनी भूमिका बखूबी निभाई है .अंत में , फिल्मकार ने आतंक से उपजी विषम परिस्थितियों से बचने के स्थान पर उससे जूझने का संदेश दिया है .साथ ही नफ़रत के स्थान पर प्रेम और सहानुभूति की भावना से आपसी वैमनष्य को भुलाने की बात भी कही है .यह फ़िल्म एक बार तो देखनी ही चाहिए .